मसूरी की ख्याति के पकवानों ने उसे अमूल मास्टर शेफ जूनियर रियलिटी शो में टॉप टेन में पहुंचा दिया है।
वह आम बच्चों की तरह ही रोजाना स्कूल जाती थी, लेकिन आज वह स्कूली बच्चों के बीच खास बन गई है। शिक्षक दिवस के मौके पर गुरुवार को वह अपने स्कूल भी गई।
कक्षा छह की छात्रा
ख्याति हरि मसूरी के सीजेएम वेवरली में कक्षा छह की छात्रा है। उसके पिता विकास व्यवसायी हैं और मां गृहणी है। ख्याति बीती देर रात मुंबई से मसूरी पहुंची है। वह आत्मविश्वास से लबालब है।
उसका कहना है कि वह इस प्रतियोगिता को जरूर जीतेगी। ख्याति ने बताया कि पहली बार उसने एप्पिल सेनमन डिलाइट केक बनाया। इस केक ने उसे 15 हजार बच्चों के बीच पहले राउंड में 86 के पायदान पर पहुंचा दिया। उसके बाद सूजी का हलवा ने 36 और 15वें पायदान पर पहुंचाया।
टॉप टेन में शुमार
पंजाब की पारंपरिक डिश कतलमा ने उसे टॉप टेन में शुमार किया है। शो के दौरान कम बोलने वाली ख्याति घर पहुंचते ही चहक उठी। ख्याति ने बताया कि खाने के गुर दादी संजोग हरि और मां स्मृति ने सिखाए। बकौल ख्याति कतलमा बनाना पंजाब की एक फेमिली फ्रेंड सरो आंटी ने सिखाया।
ख्याति ने बताया कि शूटिंग के दौरान दो माह तक उसने खूब मस्ती की। ख्याति के पिता विकास हरि ने बताया कि जब वह छह साल की थी, तभी से खाना बनाने का शौक था। यही शौक उसे अमूल मास्टर शेफ जूनियर स्वाद के उस्ताद की दहलीज तक ले गया।
वह आम बच्चों की तरह ही रोजाना स्कूल जाती थी, लेकिन आज वह स्कूली बच्चों के बीच खास बन गई है। शिक्षक दिवस के मौके पर गुरुवार को वह अपने स्कूल भी गई।
कक्षा छह की छात्रा
ख्याति हरि मसूरी के सीजेएम वेवरली में कक्षा छह की छात्रा है। उसके पिता विकास व्यवसायी हैं और मां गृहणी है। ख्याति बीती देर रात मुंबई से मसूरी पहुंची है। वह आत्मविश्वास से लबालब है।
उसका कहना है कि वह इस प्रतियोगिता को जरूर जीतेगी। ख्याति ने बताया कि पहली बार उसने एप्पिल सेनमन डिलाइट केक बनाया। इस केक ने उसे 15 हजार बच्चों के बीच पहले राउंड में 86 के पायदान पर पहुंचा दिया। उसके बाद सूजी का हलवा ने 36 और 15वें पायदान पर पहुंचाया।
टॉप टेन में शुमार
पंजाब की पारंपरिक डिश कतलमा ने उसे टॉप टेन में शुमार किया है। शो के दौरान कम बोलने वाली ख्याति घर पहुंचते ही चहक उठी। ख्याति ने बताया कि खाने के गुर दादी संजोग हरि और मां स्मृति ने सिखाए। बकौल ख्याति कतलमा बनाना पंजाब की एक फेमिली फ्रेंड सरो आंटी ने सिखाया।
ख्याति ने बताया कि शूटिंग के दौरान दो माह तक उसने खूब मस्ती की। ख्याति के पिता विकास हरि ने बताया कि जब वह छह साल की थी, तभी से खाना बनाने का शौक था। यही शौक उसे अमूल मास्टर शेफ जूनियर स्वाद के उस्ताद की दहलीज तक ले गया।
News source: www.amarujala.com
-----------------------------------------------------
Uttaranchal villages, Uttarakhand villages, villages of uttarakhand, utarakhand pictures, uttarakhand wallpapers, uttarakhand temples, beautiful Uttarakhand, tourist places in Uttarakhand, tourist places in Uttaranchal, temples of uttarakhand, towns of uttaranchal, famous places in uttarakhand, famous places in Uttaranchal, towns of uttarakhand, uttarakhand villages, uttarakhand towns, uttarakhand wallpapers, uttarakhand pictures, uttarakhand tourism, pauri garhwal, uttarakhand, garhwal, pauri garhwal villages, pauri garhwal towns, bazars of pauri garhwal, pauri garhwal roadways, pauri garhwal roadways, uttarakhand wikimapia,
>
No comments:
Post a Comment